8 मार्च को ही क्यों मनाया जाता है इंटरनेशनल वुमन्स डे?
पहले विश्व युद्ध के दौरान रूस की महिलाएं ब्रेड एंड पीस यानी खाने और शांति की मांग के चलते हड़ताल पर चली गई थीं। इस हड़ताल से मजबूर होकर वहां के सम्राट निकोलस ने अपना पद छोड़ दिया था, जिसके बाद महिलाओं को मतदान का अधिकार मिल सका था। जूलियन कैलेंडर के मुताबिक ये हड़ताल 23 फरवरी को शुरू हुई थी, जबकि ग्रेगोरियन कैलेंडर में ये दिन 8 मार्च को आता है इसलिए इंटरनेशनल वुमन्स डे को इस दिन मनाया जाता है।
पहले विश्व युद्ध के दौरान रूस की महिलाएं ब्रेड एंड पीस यानी खाने और शांति की मांग के चलते हड़ताल पर चली गई थीं। इस हड़ताल से मजबूर होकर वहां के सम्राट निकोलस ने अपना पद छोड़ दिया था, जिसके बाद महिलाओं को मतदान का अधिकार मिल सका था। जूलियन कैलेंडर के मुताबिक ये हड़ताल 23 फरवरी को शुरू हुई थी, जबकि ग्रेगोरियन कैलेंडर में ये दिन 8 मार्च को आता है इसलिए इंटरनेशनल वुमन्स डे को इस दिन मनाया जाता है।