भारी बारिश के चलते खरगोन में इंदिरा सागर बांध और ओंकारेश्वर बांध के 21 गेट खोले जाने से नर्मदा उफान पर है।
पर्यटन नगरी महेश्वर का ऐतिहासिक अहिल्या घाट डूब गया है। इसके साथ ही घाट पर स्थित नर्मदा मंदिर भी डूब गया है। बाढ़ से 7 साल बाद इंदौर-इच्छापुर स्टेट हाइवे का मोटक्का पुल जलमग्न हो चुका है। यहां 18 घंटे से हाइवे पूरी तरह बंद है। लगातार बारिश की वजह से जिले के नदी-नाले उफान पर आ गए हैं।
अधूरा पड़ा है पुल, उफनती नदी को पार कर गर्भवती को ले जाया गया अस्पताल
एमपी के छिंदवाड़ा में एक महिला को बाढ़ के बीच खटिया के सहारे अस्पताल पहुंचाया गया। यहां कोकाढाना गांव में रहने वाली रीना कुमरे को शनिवार को प्रसव पीड़ा हुई। परिजनों ने एंबुलेंस को फोन लगाया, लेकिन नदी में उफान की वजह से एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच पाई। नदी के ऊपर पुल है, लेकिन अधूरा है। गर्भवती के दर्द को देखते हुए गांव के लोग महिला को खटिया पर लेकर उफनती नदी में उतर गए और अस्पताल पहुंचे।
अधूरा पड़ा है पुल, उफनती नदी को पार कर गर्भवती को ले जाया गया अस्पताल
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