TikTok क्यों भारत में बंद होने वाला पहला चीनी ऐप है?

TikTok क्यों भारत में बंद होने वाला पहला चीनी ऐप है?

Why is TikTok the first Chinese app to close in India?
Why is TikTok the first Chinese app to close in India?

अपने घरेलू बाजार में डॉयडन' के नाम से जाना जाने वाला TIKTOK चीन में सितंबर 2016 में लॉन्च किया गया था। TikTok दुनिया भर में लगभग 50 करोड़ यूजर्स का दावा करता है, जिनमें से 12 करोड़ से अधिक भारत में हैं। ये एप्लिकेशन हमेशा विभिन्न कारणों से विवादों में रही है। आइए नजर डालते हैं इसकी टाइमलाइन पर।

29 जून को मोदी सरकार ने देश की "संप्रभुता और सुरक्षा" पर खतरा होने की बात कहकर TikTok सहित 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया। लेकिन, यह पहली बार नहीं हैं कि ऐप ने विवादों को जन्म दिया हो और उसे प्रतिबंधित किया गया हो।

अक्टूबर 2018 में चेन्नई में एक 24 साल के युवक ने कथित रूप से ट्रेन के सामने कूदकर इसलिए सुसाइड कर लिया क्योंकि टिक्कॉक पर महिलाओं के कपड़े पहनने के उसके वीडियो का मजाक बनाया गया था।



फरवरी 2019 में एक टिक टॉक वीडियो बनाने के दौरान बाइक के ट्रक में घुस जाने से एक कॉलेज स्टूडेंट की मौत हो गई, जबकि उसके दो दोस्त गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद तमिलनाडु के आईटी मंत्री एम मणिकंदन ने कहा कि "वे टिकटॉक द्वारा अपने राज्य में संस्कृति को नुकसान पहुंचाने और अश्लील साहित्य को प्रोत्साहित करने के चलते इस पर प्रतिबंध लगाने के लिए मोदी सरकार से कहेंगे।"

Byte Dance
इस बीच Tik Tok की मूल फर्म बाइटडांस ने बच्चों की गोपनीयता का उल्लंघन करने के आरोपों के दंड स्वरूप अमेरिका के फेडरल ट्रेड कमीशन को $ 5.7 मिलियन का भुगतान करने के लिए सहमति व्यक्त की।

अप्रैल 2019 में मदुरै के एक वर्ड वकील ने मद्रास उच्च न्यायालय में TikTok पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक याचिका दायर की। इसके तीन दिन बाद कोर्ट ने मोदी सरकार से कहा कि वह ऐप पर प्रतिबंध लगाए और मीडिया को TikTok पर बनाई गई किसी भी सामग्री का उपयोग करने से रोके। इसके जवाब में 12 अप्रैल को TikTok ने कम्युनिटी स्टैंडर्ड का पालन नहीं करने वाले 6 मिलियन वीडियो को हटा दिया।


15 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने TikTok पर मद्रास हाईकोर्ट द्वारा लगी रोक पर स्टे देने से इस आधार पर इनकार कर दिया कि यह प्रतिबंध अस्थायी है और इस मामले पर उस वक्त भी उच्च न्यायालय में सुनवाई चल रही थी। इसके बाद 18 अप्रैल को TikTok को प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से इसलिए हटा दिया गया क्योंकि ये बैन दो हफ्ते तक चला था।

दिसंबर 2019 में अमेरिकी सेना ने सुरक्षा कारणों से सरकार द्वारा जारी किए गए स्मार्टफोन से TIK TOK के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सेना के एक प्रवक्ता ते TIKTOK को साइबर खतरा कहा। अमेरिकी नौसेना ने भी उसी महीने सरकारी डिवाइस से Tik Tok के यूज पर प्रतिबंध लगा दिया।

मार्च 2020 में, अमेरिका के दो रिपब्लिकन सीनेटरों ने सभी संघीय कर्मचारियों को सरकार द्वारा जारी किए गए डिवाइस पर TikTok का उपयोग प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव रखा। हालांकि, TikTok अधिकारियों ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका के उपयोगकर्ताओं का डेटा चीन में स्टोर नहीं किया गया है और कम्युनिस्ट राष्ट्र का चीन के बाहर की सामग्री पर अधिकार नहीं हैं।


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