9/11 के घातक हमलों के बारे में 11 अज्ञात तथ्य
19 साल पहले 11 सितंबर के दिन संयुक्त राज्य अमेरिका का इतिहास हमेशा के लिए बदल गया। इस दिन आतंकवादी संगठन अल कायदा ने 4 अमेरिकी विमानों को हाईजैक किया था, जिससे हजारों निर्दोष लोगों की हत्या की गई थी। आज हम इस घातक हमले के बारे में ऐसे 11 तथ्य बताने जा रहे हैं, जो आपको पता होने चाहिए:
11 सितंबर, 2001 हाईजैकर्स ने एक विमान को पेंटागन की इमारत से टकरा दिया था, वहीं दूसरे विमान को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की इमारत से टकरा दिया था। हाईजैक हुआ तीसरा विमान एक खाली जगह पर क्रश हो गया था। इस हादसे में लगभग 3000 लोगों की जान गयी थी। इनमें से 400 पुलिस अधिकारी और अग्निशमन अधिकारी शामिल थे।
9/11 हमला, वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुआ पहला आतंकवादी हमला नहीं था। फरवरी, 1993 में भी एक बीमारी की गयी थी, जिसमें 6 लोग मारे गए थे।
वर्किंग डे में लगभग 50,000 कर्मचारी WTC द्विन टावरों में काम करते थे और 40,000 कर्मचारी कॉम्प्लेक्स से गुजरते थे।
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर 11 सितंबर के हमलों के बाद WTC साइट से 1.8 मिलियन टन मलबा हटाने और साफ-सफाई में 9 महीने लगे।
यूनाइटेड फ्लाइट 93 में सवार यात्रियों ने पिछली फ्लाइट के हमलों के बारे में सुना और हाईजैकर्स से विमान का नियंत्रण वापस लेने का प्रयास किया, जिसके बाद हाईजैकर्स ने जानबूझकर विमान को क्रैश कर दिया।
WTC हमले का वीडियो तुरंत प्रसारित हो गया था, लेकिन पेंटागन हमले का कोई भी वीडियो फुटेज 2006 तक सार्वजनिक रूप से जारी नहीं किया गया था।
न्यूयॉर्क सिटी पुलिस और दमकल विभाग की अपनी आपातकालीन रेस्क्यू योजनाएं थीं, लेकिन दोनों विभागों ने आपसी तालमेल के साथ राहत एवं बचाव की तैयारी नहीं की थी।
9/11 को अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर इस आतंकी हमले में निर्दोष लोगों की जिंदगियों का सबसे बड़ा नुकसान हुआ था।
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर साइट के मलबे से 18 लोगों को जिंदा बचाया गया था।
9/11 हमले में बचे बचावकर्मियों में पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस बेहद आम है। हमले के वक्त वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के आसपास मौजूद लोगों में अस्थमा, फेफड़ों की सूजन जैसी श्वसन संबंधी समस्याएं भी असामान्य दर पर विकसित हुई।
2019 में अमेरिकी सीनेट ने एक विधेयक पारित किया, जिसमें यह सुनिश्चित किया गया कि 11 सितंबर के हमलों के पीड़ितों को क्षतिपूर्ति देने वाला फंड में पैसे कभी भी खत्म नहीं होंगे।