All you need to know about IPO
जब आप अखबार के पन्ने पलट रहे होते हैं तो कई बार आपको किसी फर्म की।20 की पेशकश दिखती है। अगर आप उन लोगों में से हैं जो सोच रहे हैं कि IPO क्या है? तो हमारी Post का आज का एडीशन आपके लिए है। हम आपको IPO बेसिक्स और कॉन्सेप्ट्स की जानकारी देंगे।
IPO का अर्थ है इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा निजी रूप से संचालित कंपनी, अपने शेयरों की सार्वजनिक पेशकश करके सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनी बन जाती है। एक निजी कंपनी जिसके पास मुट्ठी भर अंशधारक है, वह अपने शेयरों की ट्रेडिंग करके स्वामित्व को साझा करती है। IPO के माध्यम से कंपनी स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध हो जाती है।
कोई कंपनी किस तरह IPO ऑफर कर सकती है?
पब्लिक सेक्टर में आने से पहले किसी भी कंपनी को IPO संभालने के लिए एक इन्वेस्टमेंट बैंक को हायर करना होता है। इन्वेस्टमेंट बैंक और कंपनी एक लिखित समझौते के तहत IPO के फाइनेंशियल डिटेल्स पर काम करते हैं और लिखित समझौते के तहत ही वे सेबी में रजिस्ट्रेशन स्टेटमेंट दर्ज कराते हैं। इसके बाद सेबी दी हुई जानकारी की स्कूटनी करता है और सही पाए जाने पर IPO की घोषणा करने की तारीख की अनुमति देता है।
कोई कंपनी IPO क्यों ऑफर करती है?
IPO की पेशकश एक मनी मेकिंग एक्सरसाइज है। हर कंपनी को अपने कारोबार को बढ़ाने, बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने, ऋण चुकाने के लिए धन की आवश्यकता होती है। अगर कोई फर्म पब्लिक के बीच जा रही है तो इसका मतलब है कि उस ब्रांड ने स्टॉक एक्सचेंजों में अपना नाम चमकाने के लिए पर्याप्त सफलता हासिल कर ली है। यह किसी भी कंपनी के लिए विश्वसनीयता और गर्व की बात है।
क्या आपको IPO में इन्वेस्ट करना चाहिए ?
अपेक्षाकृत नई कंपनी के IPO में पैसा लगाने का निर्णय लेना वास्तव में कठिन है। हालांकि रिस्क लेना, शेयर बाजार के मामले में एक पॉजिटिव एटिट्यूड है।
इन्वेस्ट करने से पहले आपको ये चीजें जानना जरूरी हैं
अगर आपने किसी कंपनी के IP0 में निवेश किया है तो आप उस कंपनी के भाग्य पर निर्भर होते हैं। क्योंकि उसकी सफलता और हानि आप पर सीधा प्रभाव डालती है। यह आपके पोर्टफोलियो की ऐसी संपत्ति है जिसमें अच्छा रिटर्न देने की क्षमता है। वहीं, दूसरी तरफ यह बिना कोई संकेत दिए आपके निवेश को कम कर सकता है। याद रखें कि स्टॉक, बाजार की अस्थिरता के अधीन हैं।