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Ayodhya से जुड़ी Ramnavami पर 5 बड़ी बाते जानले रामनवमी के मौके पर भगवान राम का सूर्य तिलक

 Ramnavami यानी श्री राम का जन्मोत्सव Ramnavami एक ऐसा फेस्टिवल है जिसे पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। वैसे तो हर बार सेलिब्रेशन होता ही है, पर इस बार की राम नवमी कुछ खास है, खास इस वजह से कि अयोध्या राम मंदिर में श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहली नवमी है जब से मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई है। तब से ही लोगों को Ramnavami का इंतजार था।

सूर्यदेव करेंगे रामलला का Surya Tilak. 4 मिनट तक सूर्य अभिषेक कैसे होगा जानें 5 बातें

राम मंदिर में राम नवमी कैसे खास होगी इससे जुड़ी पांच बातें बताएंगे हम आज आपको इस पोस्ट मे बतायेगे, चलिए शुरुआत करते हैं। 

Fact Number 1 के साथ पूरी अयोध्या नगरी को सजा दिया गया है सजावट इतनी सुंदर है, कि लोग फोटोज और वीडियोस बनाने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं। वैसे सजाया सिर्फ अयोध्या को ही नहीं बल्कि श्रीराम का श्रृंगार भी किया गया है, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने राम को सजाया है, मूर्ति को विशेष हाथ से बने हुए खादी सूती कपड़े से सजाया गया है, असली चांदी और सोने के खादी हैंड ब्लॉक प्रिंट से सजे ये कपड़े वैष्णव चिन्ह से इंस्पायर्ड है।

Fact Number 2 की तरफ चलते हैं जानते हैं और क्या कुछ खास है, इस बार के सेलिब्रेशन में अयोध्या शहर में लगभग 80 से 100 जगह पर LED Screen लगाई जाएगी, और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से Ramnavami के उत्सव का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा, मतलब आप घर बैठे Mobile या TV पर इसे लाइव देख सकेंगे हेलीकॉप्टर से बरसाए जाएंगे, फूल प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन जिस तरह हेलीकॉप्टर से फूल बरसाए गए थे। उसी तरह राम नवमी पर यानी 17 अप्रैल को भी फूलों की बारिश होगी यह फूल दिल्ली और बैंगलोर से आए हैं। 

Fact Number 3 पर चलते हैं और बताते हैं आपको इस बार राम जी को होने वाली सूर्य तिलक के बारे में इस बार राम नवमी पर सूरज की किरणें राम मंदिर में विराजमान भगवान श्री राम लला का अभिषेक करेंगी, किरणें 17 अप्रैल को दोपहर ठीक 12 बजे मंदिर की तीसरी मंजिल पर लगाए गए ऑप्टो मैकेनिकल सिस्टम के जरिए गर्भ गृह तक आएंगी, यहां किरणें मिरर से रिफ्लेक्ट होकर सीधे राम लला के सिर पर 4 मिनट तक 75 millimeter में गोल तिलक के जैसे दिखेंगी, इस सूर्य तिलक को देश के दो साइंटिफिक इंस्टीट्यूशंस की मेहनत से साकार किया जा रहा है IIT रुड़की के सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टिट्यूट ने यह सिस्टम बनाया है। प्रोजेक्ट के साइंटिस्ट देवदत्त घोष के मुताबिक यह सूरज के रास्ते बदलने के प्रिंसिपल्स पर बेस्ड है। इसमें एक रिफ्लेक्टर, दो मिरर्स, तीन लेंस, पीतल पाइप से रेज सर तक पहुंचेंगी। 

सीबीआरआई के साइंटिस्ट डॉ. प्रदीप चौहान ने बताया कि Ramnavami की तारीख मून कैलेंडर से तय होती है। सूर्य तिलक तय समय पर हो इसीलिए सिस्टम में 19 गियर लगाए गए हैं, जो सेकंड्स में मिरर्स लेंस पर किरणों की चाल बदलेंगे।

Fact Number 4 पर आपको यह बताते हैं, कि दर्शन कैसे कर सकते हैं। अब साथ ही यह जान लेते हैं, कि दर्शन को लेके क्या-क्या अरेंजमेंट्स किए गए हैं? 

इस दिन करीब 15 से 20 लाख श्रद्धालुओं के देश विदेश से अयोध्या पहुंचने का अनुमान है। नॉर्मल डेज पर यहां 10 घंटे दर्शन करना अलाउड होता है, पर चूंकि Ramnavami एक स्पेशल ऑकेजन है तो उस वक्त दर्शन करने का वक्त थोड़ा बढ़ा दिया गया है। अपने जन्मोत्सव के दिन राम लला 3 बज कर 30 मिनट से रात 11 बजे तक भक्तों को दर्शन देंगे। 

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक Ramnavami महोत्सव के दौरान मंगला आरती के बाद ब्रह्म मुहूर्त में अति प्रातः 3:30 बजे से अभिषेक श्रृंगार एवं दर्शन साथ-साथ चलते रहेंगे श्रृंगार आरती प्रातः 5:00 बजे होगी भगवान को भोग लगाने के समय पर अल्पकाल के लिए पर्दा डाला जाएगा, रात 11 बजे तक दर्शन का क्रम चलता रहेगा। भीड़ के चलते VIP पासेस भी नहीं बनेंगे, इन कुछ दिनों तक 16 से 19 अप्रैल तक ऑनलाइन पासेस भी नहीं बनेंगे, इनफैक्ट जो लोग पहले पासेस बनवा चुके हैं, उनके पासेस भी कैंसिल हो चुके हैं। अब अगर आप वहां दर्शन करने पहुंच भी जाएं तो प्रसाद लिए बिना कैसे लौट सकते हैं। 

Fact Number 5 पर यह बता दें कि प्रसाद को लेके यहां क्या सिस्टम है? दर्शन के बाद राम लला को भोग लगाया जाएगा, शयन आरती के बाद भक्त को एग्जिट गेट पर प्रसाद मिलेगा, सुनने में तो यह भी आया है कि 111,1111 किलो लड्डू इस बार रामलला को चढ़ाए जाएंगे, इतना ही नहीं वहां हेल्प सेंटर्स भी बनाए गए हैं, जहां से लोग मदद ले सकते हैं। सेवा केंद्र भी बनाया गया है, जिसमें पब्लिक फैसिलिटी अवेलेबल हैं। यहां श्रद्धालुओं के बैठने से लेकर इलाज तक के इंतजाम है। इन सबको सुनकर यह यकीन तो हो गया है कि वाकई इस बार राम नवमी का सेलिब्रेशन बेहद खास है।

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